दावोस. गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) में बुधवार को कहा- कंपनी तभी अच्छा प्रदर्शन कर सकती है, जब उसके साथ जुड़े हुए लोगों का काम भी अच्छा हो। दुनिया को मुफ्त और खुले इंटरनेट की जरूरत है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के इस्तेमाल का सामूहिक ढांचा तैयार करने के लिए सभी देश साथ आएंगे। पिचाई ने दिग्गज टेक कंपनी के तौर पर गूगल के बहुत ताकतवर होने पर उसके साथ जुड़े सुरक्षा जोखिम से इनकार किया।
पिचाई ने कहा, "मुझे टेलीफोन और टेलीविजन के लिए इंतजार करना पड़ा। जब ये चीजें मेरे घर आईं, तो मुझे महसूस हुआ कि इनकी हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका है। इसी तरह हाल ही में हमने देखा कि एआई डॉक्टरों के कामकाज और मौसम के पूर्वानुमान जैसी चीजों में एक शानदार भूमिका निभा सकता है।"
इंटरनेट वैश्विक पहुंच का माध्यम- पिचाई
पिचाई ने कहा, "इंटरनेट वास्तव में अपनी चीजों को लोगों तक पहुंचाने का वैश्विक माध्यम है। उन्होंने यूट्यूब का उदाहरण देते हुए कहा कि इसके जरिए एक भारतीय द्वारा बनाए गए वीडियो को दुनियाभर के दर्शक मिलते हैं। यह डिजिटल अर्थव्यवस्था की कामयाबी है।"
पिचाई ने कहा- पाइरेसी कभी बेहतर विकल्प नहीं हो सकती
उन्होंने कहा- पाइरेसी कभी भी बेहतर विकल्प नहीं हो सकती। इससे हर किसी को बचना चाहिए। यह बात सही है कि हमने कई स्टार्टअप खरीदे हैं, लेकिन सुरक्षा तब भी हमारे लिए अहम है। हम हर साल स्टार्टअप खरीदते हैं, लेकिन यूजर्स की सुरक्षा पर गूगल और इसकी मूल कंपनी अल्फाबेट का पूरा फोकस है। उन्होंने कहा- अल्फाबेट के पास कई तरह के प्रोजेक्ट हैं। हमारी सोच है कि भविष्य में प्रौद्योगिकी लोगों के जीवन को कैसे और बेहतर बना सकती है। हम लगातार इस पर काम कर रहे हैं।